वर्तमान मे बढते सायबर अपराध को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय वृध्दजन दिवस के उपलक्ष्य मे वृध्दजनों के विरुद्ध घटित होने वाले साइबर अपराधों की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु 1 अक्टूबर 2024 को जिले मे वृहद स्तर पर साइबर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

उक्त जागरूकता अभियान में साइबरसेल, रक्षासखी पुलिस टीम, समस्त थाना/चौकियों की पुलिस टीमों द्वारा वृद्धजनों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से धार्मिक स्थानो, बस स्टैंड, पार्क व अन्य जगहो पर जागरूकता अभियान का आयोजन किया। पुलिस बल व्दारा साइबर अपराध की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु पोस्टर-पंपलेट को व्यस्त इलाकों वितरण कर वृध्दजनो को जागरूक किया गया।

उक्त कार्यक्रम में वृद्धजनों को साइबर अपराध से बचने के निम्न उपाय बताए गए-

* एटीएम बूथ पर किसी अनजान व्यक्ति से सहायता न लें, हो सके तो किसी परिचित को अपने साथ ले जाएं।
* बैंक, बीमा कंपनी, कोषालय, पेंशन कार्यालय आदि के नाम से जीवन प्रमाण पत्र, पेन कार्ड या किसी अन्य प्रयोजन हेतु कॉल, एसएसएस, ईमेल या वाट्सएप मेसेज प्रतिरूपण या धोखाधड़ी पूर्ण भी हो सकते है। एसे कॉल/मेसेज आने पर सीधे संबंधित कार्यालय जाकर संपर्क करें, कॉल पर किसी दस्तावेज या जानकारी का आदान-प्रदान न करें।
* जीवन बीमा पॉलिसी के बोनस या अन्य प्रलोभन हेतु कॉल आने पर सत्यापन, प्रोसेसिंग फीस या अन्य चार्जेस के नाम पर किसी खाते में रूपए ट्रांसफर न करें, न ही कोई जानकारी प्रदान करें। सीधे जीवन बीमा कंपनी के कार्यालय में जाकर संपर्क करें।
* पुलिस या जॉच एजेंसियों के नाम पर कॉल कर बच्चों या नाती-पोतो का किसी अपराध में गिरफ्तारी का भय दिखाकर पैसे की मांग करने वालों से सावधान रहें, किसी खाते मे पैसे जमा न करें।
* यदि आपके पास बिजली व अन्य किसी सेवा के बिल के बकाया होने पर कनेक्शन काटने की भय दिखाकर तुरंत पेमेंट करने का मैसेज या कॉल आता है तो तुरंत पेमेंट न करें पहले संबंधित कार्यालय में संपर्क करें।
* कॉल, एसएमएस या ईमेल आदि पर ऑनलाइन लॉटरी, कैशबैक, जॉब, लोन, बीमा, शॉपिंग, केबीसी आदि के नाम से आने वाले विभिन्न प्रलोभनो से सावधान रहें।
* किसी संस्थान/कंपनी का कस्टमर केयर संपर्क की जानकारी के लिये उसकी अधिकारिक वेबसाइट का प्रयोग करें, गूगल या किसी अन्य सर्च इंजन से नम्बर खोजकर संपर्क न करें। कभी कभी अपराधी गलत नंबर देकर झांसे में लेते हैं।
* अपने ईमेल, सोशल मीडिया, ई-वालेट्स, नेटबेंकिंग आदि के पासवर्ड मजबूत रखें एवं नियमित अंतराल से बदलते रहें। अपने सभी प्रकार के पासवर्ड अलग-अलग रखें।
* दो-स्तरीय पहचान सत्यापन प्रणाली (टू-स्टेप वेरीफिकेशन/टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन) को हमेशा चालू करके रखें ताकी कोई अनजान व्यक्ति आपके प्रोफाइल आदि को लॉगिन न कर सके।
* सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, टेलीग्राम आदि पर इंवेस्टमेंट, टास्क, ट्रेडिंग आदि पर लाभ पहुंचाने के नाम पर ठगी की जा रही है, इस तरह के ग्रुप में न जुड़ें न ही किसी तरह का पेमेंट करें।
* यदि आपके साथ कोई सायबर अपराध होता है तो उसकी शिकायत निकटतम पुलिस थाने या नेशनल सायबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर या सायबर क्राइम हेल्पलाइन नं. 1930 पर दर्ज करें।

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