प्रेस- नोट
* अंधेकत्ल का पुलिस ने किया पर्दाफाश
* 24 घंटे के अन्दर किया हत्या का खुलासा
* 04 आरोपी गिरफ्तार
दिनांक 22.10.2024 को थाना थांदला के चौकी खवासा क्षैत्र अन्तर्गत ग्राम सेमलिया जंगल में दिनेश पिता अरविन्द डिडोंर उम्र 22 साल निवासी वडलीपाडा भामल की लाश पडी होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल थाना प्रभारी थांदला एवं चौकी प्रभारी खवासा मौके पर पहुंचकर मौके से देहाती नालसी लेख कर अज्ञात आरोपीयों के विरूद्ध अपराध क्रमांक0/2024 धारा 103(1),238 बी.एन.एस. का कायम कर थाना थांदला पर असल अपराध क्रमांक 626/2024 धारा 103(1),238 बी.एन.एस. का कायम कर विवेचना में लिया गया ।
उक्त अपराध की गंभीरता को देखते हुऐ पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्म विलोचन शुक्ल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री प्रेमलाल कुर्वे के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) थांदला श्री रविन्द्रसिंह राठी एवं थाना प्रभारी थांदला ब्रजेश कुमार मालवीय को टीम गठित कर पतारशी हेतु निर्देशित किया गया । जिस पर चौकी प्रभारी खवासा उनि हीरालाल मालीवाड के नेतृत्व टीम गठित की गई एवं अपने स्तर पर मुखबीर मामुर किये जाकर अनुसंधान किया गया । अनुसंधान के दौरान जानकारी मिली की मृतक दिनेश के साथ कुछ लोग आखरी बार देखे गये थे जिस पर मूखबीर सूचना पर अनिल पिता भुरसिंह सिंगाड उम्र 24 साल, ईश्वर पिता रमेश सिंगाड उम्र 19 साल, सुभाष पिता पुंजा सिंगाड उम्र 23 साल, शंकर पिता गुड्डू सिंगाड उम्र 22 साल निवासीगण मकोडीया को पकडकर पुछताछ करते बताया कि घटना दिनांक को मृतक व आरोपीगण साथ में बैठकर शराब पीने के दौरान मृतक एवं आरोपी पक्ष मे आपसी बात को लेकर विवाद हो गया एवं आरोपिगणों ने मृतक दिनेश का गला दबा दिया एवं पत्थरों से मारपीट कर सिर एवं मुंह पर चोटे पहुचाई और घटना को छिपाने के उदेश्य से लाश को झाडियों में फेंक दी जिस पर पुलिस द्वारा आरोपी के विरूद्ध अपराध दर्ज किया गया ।
उक्त सराहनीय कार्य पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्म विलोचन शुक्ल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री प्रेमलाल कुर्वे के मार्गदर्शन तथा अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) थांदला श्री रविन्द्रसिंह राठी के नेतृत्व में थाना प्रभारी थांदला निरीक्षक ब्रजेश कुमार मालवीय एवं उनकी टीम उनि हीरालाल मालीवाड, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक 01 राजेन्द्रसिंह रावत, आरक्षक 282 राकेश डामोर, आरक्षक 226 अनिल चौहान, आरक्षक 568 अमरसिंह मालीवाड, आरक्षक 249 राहुल, आरक्षक 417 मदन मैंडा, आरक्षक 203 विजय एवं साइबर टीम झाबुआ की मुख्य भूमिका रही ।