झाबुआ पुलिस द्वारा नवीन कानून 2023 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अनुसंधानकर्ता अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
झाबुआ, 20 जुलाई 2025 — नवीन अपराध अधिनियम 2023 के प्रभावी क्रियान्वयन एवं पुलिस अधिकारियों को विधिक और तकनीकी दृष्टिकोण से और अधिक सक्षम बनाने हेतु झाबुआ पुलिस द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन पुलिस लाइन परिसर में किया गया। यह कार्यशाला पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्मविलोचन शुक्ल के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रतिपाल सिंह महोबिया के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जिले के समस्त अनुसंधानकर्ता अधिकारियों को नवीन कानूनों की जानकारी देना, जांच की गुणवत्ता में सुधार लाना तथा न्यायिक प्रक्रिया में आ रही चुनौतियों से अवगत कराना था। कार्यशाला में न्यायाधीश महोदय एवं विधिक विशेषज्ञों ने भाग लिया एवं अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदया श्रीमती विधि सक्सेना द्वारा “नवीन अपराध अधिनियम 2023” के प्रमुख प्रावधानों एवं इसके प्रभावी क्रियान्वयन पर व्याख्यान दिया गया। उन्होंने थाना प्रभारियों से विवेचना की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों एवं सुधारात्मक उपायों पर विस्तृत चर्चा की।
द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश महोदय श्री सुभाष सुनहरे ने विवेचना के दौरान की जाने वाली सामान्य त्रुटियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से POCSO अधिनियम के तहत जांच में आने वाली कठिनाइयों एवं अभियोजन के स्तर पर आने वाली बाधाओं का उल्लेख किया।
पुलिस अधीक्षक महोदय श्री पद्मविलोचन शुक्ल ने “थाना प्रबंधन एवं आम जनता से संवाद” के विषय पर अपने विचार रखे तथा ICJS प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को तकनीकी दक्षता बढ़ाने एवं आम नागरिकों के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाने की सलाह दी।
उप पुलिस अधीक्षक (अजाक) श्री कमलेश शर्मा ने कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता, SC/ST Act के प्रावधानों, एवं BNSS (Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita) की धारा 129, 126, 135 एवं 141 के तहत कार्यवाही के व्यावहारिक पक्ष पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने थाना परिसर के रखरखाव एवं सामुदायिक सहभागिता पर भी बल दिया।
डीएसपी श्री गिरीश जेजुरकर ने विवेचना की गुणवत्ता में और अधिक सुधार, सामग्री जप्ती की प्रक्रिया एवं CCTNS (Crime and Criminal Tracking Network and Systems) के उपयोग पर व्याख्यान दिया।
कार्यशाला में प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए एवं विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया। यह कार्यशाला कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं नागरिकों को त्वरित न्याय प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुई।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रतिपाल सिंह महोबिया, एसडीओपी झाबुआ श्रीमती रूपरेखा यादव, एसडीओपी थांदला श्री नीरज नामदेव, डीएसपी श्री कमलेश शर्मा, डीएसपी श्री गिरीश कुमार जेजुरकर सहित जिले के सभी थाना एवं चौकी प्रभारियों, अनुसंधानकर्ता अधिकारियों ने सक्रिय सहभागिता की।