पुलिस लाईन झाबुआ स्थित सामुदायिक भवन में सायबर अपराधों के संबंध में एवं मेडिको लीगल फोरेंसिक के बारे में प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया

आज पुलिस अधीक्षक श्री पद्म विलोचन शुक्ल की पहल पर पुलिस लाईन झाबुआ स्थित सामुदायिक भवन में सायबर अपराधों के संबंध में एवं मेडिकल फारेंसिक के बारे में प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण सत्र दो सेशन में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण सत्र में 400 से अधिक पुलिस अधीकारी /कर्मचारियों ने भाग लिया।

निरीक्षक अफजल खान द्वारा बढ़ते सायबर अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए कुछ साइबर सुरक्षित प्रथाओं का पालन करना आवश्यक होता है, जिनके बारे में जानकारी दी गई। सेक्सटॉर्शन के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि कोई अज्ञात व्यक्ति या महिला के द्वारा व्हाट्सएप पर वीडियों कॉल कर अश्लील वीडियों बनाकर आपको ब्लैकमेल कर पैसों की मांग की जाती है, जिससे आपको बचना है। अज्ञात वीडियों कॉल को नहीं उठाना है। इसके साथ ही अन्य वर्तमान में प्रचलित साइबर फ्रॉड जैसे वॉइस चेंजिंग एप से हो रहे अपराधों के बारे में, टेलीग्राम के माध्यम से साइबर ठगों द्वारा पार्ट टाइम जॉब के नाम पर व टास्क पूरा करने के नाम पर होने वाली ठगी के बारे में, डिजिटल अरेस्ट, AI Voice Scam एवं बच्चों की गिरफ्तारी का डर दिखाकर होने वाली ठगी के बारे में विस्तृत जानकारी देकर उनसे बचने के उपाय बताएं। साथ ही सायबर अपराधों की विवेचना से संबंधित जानकारी दी गई।

मेडिको लीगल ऑफिसर डॉ जितेन्द्र सिंह तोमर के द्वारा मेडिको लीगल फोरेंसिक के बारे में जानकारी दी गई। चोटो की प्रकृति, एंटीमार्टम एवं पोस्टमार्टम इंजरी को पहचानना, डी-कंपोज बॉडी व उसके घावों को पहचानना के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।

इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक श्री प्रेमलाल कुर्वे, एसडीओपी झाबुआ रूपरेखा यादव, एसडीओपी पेटलावद श्री सौरभ तोमर, एसडीओपी थांदला श्री रविन्द्र राठी, उप पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश शर्मा एवं अन्य पुलिस अधीकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

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